हल्दी कितनी महत्वपूर्ण है हमारी सेहत के लिए जानिये

          हल्दी डी गोल्डन स्पाइस ऑफ़ इंडिया (Haldi- The Golden spice of india )  गृहिणियों और गृहिणियों के जीवन के साथ एक हल्दी शरीर के लिए उपयोगी है। हल्दी का बुवाई  भारत में पहले से की जाती है। आयुर्वेदिक दवाओं में तो हल्दी को उचा स्थान दिया गया है। आम तौर पे हल्दी का एक सुगंधित व्यंजन के रूप में प्रयोग किया जाता है। बीमारियों को ठीक करने के साथ साथ  सौंदर्य वृद्धि में भी हल्दी का उपयोग किया जाता है।   हल्दी के साथसाथ हल्दी की कच्छी कालिया यानि गाठो का उपयोग  भी किया जाता है। कच्ची हल्दी में पावडर की तुलना में ज्यादा अच्छे गुन होते है। 


हल्दी के प्रकार: -

1) लोहे की हल्दी - लोहे की हल्दी का उपयोग केवल रंग बनाने के लिए किया जाता है।

2) सुगंधित हल्दी - सुगंधित हल्दी का उपयोग मसालों में किया जाता है।

3) आम की हल्दी - आम की हल्दी में औषधीय गुण होते हैं।


हल्दी कैसे तैयार की जाती है ?
        हल्दी के कंद जमीन लके अंदर लगते है।  फसल पुरी बढ़ने के बाद हल्दी की गठिया को  उखाड़कर निकाला जाता है। यह कच्ची हल्दी होती है।  जोकि अदरक की तरह दिखाई देती है।  हल्दी की गठिया से  मिट्टी को  साफ किया जाता है और पानी में उबला जाता है। उबलने के बाद उसके टुकड़े किये जाते है।  ख़राब टुकड़े , मोटे टुकड़े , छोटे टुकड़े अलग किये जाते है।  उन्हें उनकी गुणवत्ता के अनुसार विभाजित किया जाता है।   फिर  उन्हें धुप में या ड्रायर में सुखाया जाता है।  पूरी तरह से सूखने के बाद हल्दी की गठिया को ग्राइडर में पिसा जाता है।  उसकी पावडर बनाई जाती है।   तब जाकर हल्दी घरेलु उपयोग के लिए तैयार होती है।



हल्दी हमारे रसोई का महत्वपूर्ण पदार्थ है।  इससे खाने का स्वाद भी बढ़ाता है, लेकिन शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी इस हलदी का उपयोग किया जाता है। हल्दी छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए लाभकारी है। इंसानी शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए एक असाधारण ताकत इसमें होती है। दूध में हल्दी मिलाकर  लेने के फायदों के बारे में सभी जानते हैं। लेकिन अगर आप गर्म पानी में हल्दी मिलकर उस मिश्रण का सेवन करते हैं तो इसके कई फायदे हैं । सर्दियों के मौसम में हल्दी की गांठ का उपयोग सबसे अधिक लाभदायक है।

    हल्दी का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग पढ़ें: -

१) सर्दी , खासी ,जुकाम, ठण्ड , गले की सूजन पर हल्दी का उपयोग आम बात है।  पर यह उपाय बोहोत ही कारगर है।  हल्दी में एंटीवायरल और जीवाणु अवरोधी गुण होने की वजह से ये कई प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में हमारे शरीर की मदत करती है। हल्दी मद्रक , शहद का मिशरण लेने से आराम मिलता है।  

2 ) हलदि में 'करक्यूमिन' नामक रसायन होता है। जो की शरीर की सूजन को कम करने के लिए 'करक्यूमिन' रसायन के लिए फायदेमंद है। शरीर पर लगी चोटे , सूजन , घाव , जखम हल्दी लगाने से ठीक हो जाते है। यह एक एंटीसेप्टिक की तरह काम करता है।

3 ) हल्दी का प्रभाव मनुष्य की बुद्धिमत्ता पर भी गिरता है । रोजाना सुबह उठकर हल्दी , लहसुन , तुलसी के रस का मिश्रण सेवन करने से स्मरणशक्ती बढ़ती है। जीन लोगो को अल्ज़ाइमर की बीमारी है उनके लिए हल्दी दूध लेना लाभकारक है।  इससे अल्ज़ाइमर की स्थिति में सुधार आता है तथा बुद्धि तेज होती ही। 

4 )बायोकेमिस्‍ट्री और बायोफिजिकल रिसर्च की स्‍टडी के अनुसार हल्‍दी के नियमितहल्दी खाने से ग्लूकोज लेवल कंट्रोल में रहता है।  टाइप 2 के मधुमेह का खतरा कम हो सकता है.   हल्दी के पानी से खून साफ ​​होता है।

5) हल्दी वजन घटाने के लिए काफी  फायदेमंद है। शरीर में मौजूद विषैले तत्त्व बाहर निकालने में  हल्दी बहुत मददगार साबित हुवी है।

6) एक रिसर्च के अनुसार रोजाना हल्दी के सेवन से हमारे शरीर  में पित्त का लेवल कंट्रोल में रहता है।   हल्दी का पानी पिने से पेट की जलन कम होती है। खाया हवव ा खाना हजम करने में मदद मिलती है।  पाचन तंत्र में सुधार होता है।

7) हल्‍दी का पानी नियमित रूप से पीने से शरीर फ्री रैडिकल्‍स से लड़ सकता है।  जिससे शरीर पर उम्र का असर धीरे-धीरे पड़ता है  गर्म हल्दी वाला दूध शरीर में एमिनो एसिड पैदा करता है। जिससे नींद अच्छी आती है।

8) हल्दी में एंटीऑक्सिडेंट गुन होते है। करक्यूमिनोइड्स और वोलाटाइल तेल जैसे तत्त्व इसमें होते है।  जो की ’कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करनेमें सहयोग करते है।

9) प्रतिदिन नियमित रूप से हल्दी  के पानी का सेवन मासिक धर्म  को  समस्याओ को दूर करता है।
 गर्म पानी में नींबू, हल्दी और शहद डालकर पिएं। इससे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।

10) हल्दी का उपयोग त्वचा पर करने से त्वचा का रंग निखारने लगता है।  बोहोत सारे सौंदर्य प्रसाधनों में हल्दी का इस्तेमाल होता है।   हल्दी ,दूध का लेप चेहरेपर लगाकर रखने से त्वचा में निखार आता है।  हल्दी , दूध की क्रीम , टिल का तेल या पइसे हुवे तिल का मिश्रण करके त्वचा पर रगड़ते रहिये।  थोड़ी देर में स्किन में  जमी साडी मिटटी मैला बाहर निकल आएगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ